शनिवार, 19 मार्च 2022

परिवर्तन के पार मेरा सार

परिवर्तन प्रकृति का  एक मूल गुण है जिसे हम हर क्षण अनुभव करते है, संपूर्ण सृष्टि के कण कण में परिवर्तन है, तो क्या है यह परिवर्तन? क्या है जो अपरिवर्तनीय है? कैसे परिवर्तन के नियम के ऊपर उठा जा सकता है? इन्ही सब प्रश्नो पर हम आज मनन करेंगे।

परिवर्तन को समझने के लिए हमें नाद को समझना आवश्यक है। नाद एक सबसे सरल मौलिक परिवर्तन मात्र है जो दो स्थितियों में पाया जाता है, परिवर्तन के लिए दो स्थितियों का होना आवश्यक है, परिवर्तन एक स्थिति में कभी पाया नहीं जाता, जब नाद एक स्थिति से दूसरे स्थिति में परिवर्तित हो जाता है या ये कहें की उसमें बदलाव आता है तो उसे हम परिवर्तन कहते हैं। 

सोमवार, 21 फ़रवरी 2022

सुख, दुःख और आनंद

सुख और दुःख मनुष्य जीवन के दो बहुत बड़े आयाम हैं, संपूर्ण मनुष्य जीवन इन्हीं दो आयामों से घिरा रहता है। परंतु मनुष्य जीवन में और भी एक आयाम है जिसे कोई बिरला ही  छू पाता है, जो इन दोनों आयामों से परे है और वह है आनंद, तो चलिए आज इन्हीं तीन आयामों पर थोड़ा-सा मनन करते हैं।
 
सुख और दुःख को जानने से पहले हमें यह जानना आवश्यक है कि सुख और दुःख का मूल क्या है। अगर इस प्रश्न पर थोड़ा-सा मनन करेंगे तो यह जान पायेंगे कि सुख और दुःख का मूल इच्छाएं  हैं वासनाएं  हैं।
 
दुःख क्या है? दुःख एक तरह की चित्तवृत्ति है। जब कोई भी अनुभव चित्त की इच्छा के विपरीत होता है तो चित्त एक दंड के रूप में दुःख की उत्पत्ति करता है। इस वृत्ति को चित्त में नकारात्मक विचार, भावनाएँ, वाणी, कर्म आदि के रूप में अनुभव कर सकते है। इस अवस्था को दुःख की अवस्था कहा जाता है।

सोमवार, 14 फ़रवरी 2022

सत्य क्या है ? उसे कैसे प्राप्त करें ?

आध्यात्मिक जगत में २ सवाल हमेशा पूछे जाते है पहला मैं कोन हूँ और दूसरा सत्य क्या है उसका यथार्थ क्या है? आज हम सत्य क्या है इस प्रश्न पर थोड़ा मनन करेंगे। 

सत्य क्या है, उसका यथार्थ क्या है यह प्रश्न निरंतर साधकों के समिप रहा है, इस प्रश्न से बहुत से साधक परेशान रहते हैं, उनका पूरा आध्यात्मिक जीवन इसी प्रश्न के आसपास घिरा हुआ रहता है। परंतु कभी कभी पूरा जीवन साधना करने के बाद भी इस प्रश्न का उत्तर उन्हें प्राप्त नहीं होता। 

इसके पीछे एक कारण यह हो सकता है कि किसी भी आध्यात्मिक मार्ग पर सत्य क्या है , उसकी परिभाषा क्या है यह साधक को बताया नहीं जाता, केवल सत्य की प्राप्ति करना है इतना मात्र  बताया जाता है, परंतु ज्ञान मार्ग ही ऐसा एक मार्ग है जहाँ पर सत्य क्या है और उसकी परिभाषा क्या है यह बताया जाता है। 

गुरुवार, 10 फ़रवरी 2022

प्रेम क्या हैं ?

प्रेम !! कितना अद्भुत शब्द है यह। हमें बचपन से यह सीख मिली है की सबसे प्रेम करो, सबके साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करें, हमें यह तो बताया गया है की प्रेम करो परंतु वास्तव में प्रेम क्या है ,क्या यह कभी हमें बताया गया है ?

सामान्यतः हम प्रेम को किसी संबंध से जोड़ देते हैं, या दो व्यक्तियों के बीच में जो भाव का संबंध होता है उसे हम प्रेम का नाम देते हैं। उदाहरणतः पति पत्नी के बीच का प्रेम , माता और पिता का अपने बच्चों से प्रेम , या कभी कभी हमें कोई वस्तु पसंद आती है तो हम यह कह देते हैं की मेरा उस वस्तु पर बहुत प्रेम है। 

परिवर्तन के पार मेरा सार

परिवर्तन प्रकृति का  एक मूल गुण है जिसे हम हर क्षण अनुभव करते है, संपूर्ण सृष्टि के कण कण में परिवर्तन है, तो क्या है यह परिवर्तन? क्या है ज...